जात-पात का भेद मिटाने व भाईचारे को बढ़ाने के लिए खेड़ा खाप ने लिया अहम फैसला, अपने नाम के पीछे लिखेंगे गांव का नाम
सत्यखबर जीन्द (जयबीर सिंधु) – जात-पात का भेद मिटाने व् भाईचारे को बढ़ाने के लिए जींद की सर्वजातीय खेड़ा खाप ने अहम फैसला लिया है वह यह है की इस खाप के अंतर्गत आने वाले 24 गांव के लोग अब अपने अपने नाम के पीछे गोत्र न लिखकर गांव का नाम लिखेंगे। नाम के साथ साथ अपने अपने वहिकलों और मकानों पर भी गोत्र या जाति न लिखने पर पाबंदी लगाई गयी है। जात-पात का भेद मिटाने के लिए जींद की खाप द्वारा यह एक नई पहल शुरू की गयी हैं।
हरियाणा के जींद जिले के गांव भौंसला में सर्वजातीय खेड़ा खाप की बैठक हुई। इस बैठक में आसपास के 24 गांवों के खाप नेता पहुंचे। बैठक में कहा गया की हम सब को गोत्र और जाती का भेदभाव मिटा कर इकठे मिल कर चलना है ऊंच नीच का भेदभाव मिटाना है। हम सभी ने इस बात का समर्थन किया है।
जात-पात का भेद मिटाने व् भाईचारे को बढ़ाने के लिए सर्वजातीय खेड़ा खाप ने अहम फैसला लिया की खाप के लोग अब अपने नाम के पीछे गोत्र न लिखकर गांव का नाम लिखेंगे। गांवों में बैठकें कर लोगों को इस मुहिम से जोड़ा जाएगा. इसके बाद इस अभियान को पूरे प्रदेश में बढ़ाया जाएगा।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए सतबीर पहलवान ने कहा की कि हर कोई अपने नाम के पीछे अपना गोत्र लिखता है। इससे भी प्रतीत होता है कि अपनी जात को बढ़ावा दिया जा रहा है। एक-दूसरे के देखा-देखी वाहनों पर भी जात का नाम लिखा जाता है। गांवों में जाकर युवाओं, ग्रामीणों को प्रेरित करेंगे कि अपने नाम के पीछे गांव का नाम लिखे. गांव का नाम सबसे बड़ा होता है।अब हर गांव में खाप के प्रतिनिधि जाएंगे. इसको लेकर टीम भी बनाई गई है। हर गांव में एक कमेटी बनाई जाएगी जिसमें हर वर्ग के लोगों को शामिल किया जाएगा। युवाओं को भी इसके साथ जोड़ा जाएगा। आपस में जात-पात के जहर से जो ताना-बाना समाज का टूट रहा है उसको दोबारा से कायम किया जाएगा।